क्षितिज-1 || कक्षा-09 “अ”
यह वेबपेज NCERT क्षितिज-01 ‘अ’ (Kshitij Class 9 solutions) पुस्तक के सभी अभ्यासों और गतिविधियों का हल प्रदान करती है। इसमें एक कार्यपुस्तिका भी शामिल है जो अतिरिक्त अभ्यास प्रदान करती है। हल और कार्यपुस्तिका दोनों स्पष्ट तरीके से लिखे गए हैं, और वे छात्रों को पाठ्यपुस्तक में शामिल अवधारणाओं को समझने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
NCERT क्षितिज-01 ‘अ’, कक्षा 9 के छात्रों के लिए एक हिंदी की पाठ्यपुस्तक है। यह एक व्यापक पुस्तक है जिसमें व्याकरण, शब्दावली और समझ सहित हिंदी भाषा के सभी पहलुओं को शामिल किया गया है। पुस्तक में छात्रों को भाषा सीखने और अभ्यास करने में मदद करने के लिए विभिन्न प्रकार के अभ्यास और गतिविधियां भी शामिल हैं।
हल और कार्यपुस्तिका मुफ्त में डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध हैं। ये प्रिंट करने योग्य प्रारूप में भी उपलब्ध हैं, ताकि छात्र आसानी से इन्हें प्रिंट कर ऑफलाइन उपयोग कर सकें।
NCERT क्षितिज-01 के पाठों के नाम
- गद्य – खंड
- दो बैलों की कथा
- ल्हासा की ओर
- उपभोक्तावाद की संस्कृति
- साँवले सपनों की याद
- प्रेमचंद के फटे जूते
- मेरे बचपन के दिन
 
- काव्य – खंड
- साखियाँ एवं सबद
- वाख
- सवैये
- कैदी और कोकिला
- ग्राम श्री
- मेघ आए
- बच्चे काम पर जा रहे हैं
 
- व्याकरण –
- उपसर्ग और प्रत्यय– WORKSHEET 1 / WORKSHEET 2
- समास– WORKSHEET 1 / WORKSHEET 2
- अर्थ के आधार पर वाक्य भेद– WORKSHEET 1 / WORKSHEET 2
- अलंकार– WORKSHEET 1 / WORKSHEET 2
- संवाद लेखन– WORKSHEET 1
 
पाठ 1 : दो बैलों की कथा
यह कहानी हीरा और मोती नामक दो बैलों की गहरी मित्रता, स्वतंत्रता के प्रति उनके लगाव और मानवीय संबंधों के भावनात्मक पक्ष को दर्शाती है।
पाठ 2 : ल्हासा की ओर
यह यात्रा वृत्तांत तिब्बत की राजधानी ल्हासा की यात्रा के रोमांचक अनुभव, वहाँ के सामाजिक जीवन और संस्कृति का सजीव चित्रण करता है। कक्षा 9 क्षितिज का संपूर्ण समाधान यहाँ प्राप्त करें।
पाठ 3 : उपभोक्तावाद की संस्कृति
यह निबंध बाज़ारवाद और उपभोक्तावादी संस्कृति के बढ़ते प्रभाव पर गहरा व्यंग्य करता है, जो समाज में दिखावे और कृत्रिम आवश्यकताओं को जन्म देता है। बोर्ड परीक्षा हेतु विस्तृत उत्तर यहाँ उपलब्ध हैं।
पाठ 4 : साँवले सपनों की याद
यह संस्मरण प्रसिद्ध पक्षी विज्ञानी सालिम अली के व्यक्तित्व, उनकी प्रकृति प्रेम और पक्षियों की दुनिया को समर्पित है। साँवले सपनों की याद पाठ के सभी अभ्यास यहाँ उपलब्ध हैं।
पाठ 5 : प्रेमचंद के फटे जूते
यह व्यंग्य रचना प्रसिद्ध लेखक प्रेमचंद के सादे जीवन, उनकी ईमानदारी और आडंबरहीनता को दर्शाते हुए सामाजिक पाखंड पर प्रहार करती है। इस पाठ के संपूर्ण समाधान और नोट्स मुफ्त डाउनलोड करें।
पाठ 6 : मेरे बचपन के दिन
यह संस्मरण लेखिका के बचपन, उनके स्कूल के अनुभवों, कवयित्री बनने की प्रेरणा और सहपाठिनों के साथ उनके मधुर संबंधों का वर्णन करता है। मेरे बचपन के दिन पाठ के विस्तृत उत्तर यहाँ देखें।
पाठ 7 : साखियाँ और सबद
कबीर की ये साखियाँ और सबद बाह्य आडंबरों का विरोध करते हैं और आत्मा-परमात्मा के विषय में ज्ञान तथा सच्ची भक्ति के महत्व पर बल देते हैं।
पाठ 8 : वाख
कश्मीरी कवयित्री ललद्यद के ये ‘वाख’ ईश्वर की प्राप्ति के लिए किए जाने वाले व्यर्थ प्रयासों पर प्रकाश डालते हैं और सहज भक्ति को श्रेष्ठ बताते हैं। कक्षा 9 क्षितिज के सभी प्रश्नोत्तर यहाँ उपलब्ध हैं।
पाठ 9 : सवैये
रसखान के ये सवैये कृष्ण, गोकुल, और वृंदावन के प्रति उनके अनन्य प्रेम, भक्ति और गहरे आकर्षण को व्यक्त करते हैं। सवैये पाठ के विस्तृत उत्तर यहाँ प्राप्त करें।
पाठ 10 : कैदी और कोकिला
यह कविता पराधीन भारत की जेल में बंद एक कैदी (कवि) के मनोभावों और कोयल के माध्यम से स्वतंत्रता की तीव्र इच्छा को दर्शाती है। कैदी और कोकिला कविता का संपूर्ण हल मुफ्त डाउनलोड करें।
पाठ 11 : ग्राम श्री
यह कविता गाँव के प्राकृतिक सौंदर्य, हरियाली और वसंत ऋतु के मनमोहक रूप का अत्यंत सुंदर और सजीव चित्रण करती है। ग्राम श्री कविता के सभी अभ्यास यहाँ उपलब्ध हैं।
पाठ 12 : मेघ आये
यह कविता ग्रामीण संस्कृति में दामाद (मेघ) के आगमन का मानवीकरण करती है, जो प्रकृति और मानव जीवन के उल्लासपूर्ण संबंधों को दर्शाती है। मेघ आए कविता का भावार्थ और हल यहाँ देखें।
पाठ 13 : बच्चे काम पर जा रहे हैं
यह कविता बाल मजदूरी और बच्चों के बचपन के छिन जाने की सामाजिक समस्या पर गहरा दुख और चिंता व्यक्त करती है। बच्चे काम पर जा रहे हैं पाठ के विस्तृत उत्तर यहाँ उपलब्ध हैं।
